Ghar Banane Ka Tarika In Hindi

Ghar Banane Ka Tarika In Hindi । 2024 में घर बनाने का तरीका?

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आज के इस नए लेख में आप सभी का सवागत है।अपना खुद का घर बनाने का सपना हर एक इन्सान का होता। खुशहाल जीवन जीने के लिए इन्सान चाहता है कि अपना खुद का एक घर हो। वह अपना पूरा जीवन इस संघर्ष में ही निकाल देता है कि उसके सर पर एक छत आ जाए। क्योंकि हम सभी को रहने के लिए छत बहुत ही ज़्यादा आवश्यक होती है। बिना छत के दुनिया कुछ नहीं लगती।

अगर देखा जाए तो एक मध्य वरगी इंसान अपनी ज़िंदगी में केवल एक ही बार घर बना पाता है। खुद का घर बनाने के लिए बहुत सारा पैसा तो लगता ही है लेकिन साथ ही साथ बहुत सारी knowledge भी लगाती है। अगर आपको ghar banane ka tarika पता है तो आपके लिए बहुत सारे काम आसान हो सकते हैं।

ghar banane ka tarika ऐसा होना चाहिए कि हमारी सारी महत्वपूर्ण आवश्यकताएं पूरी हो जाए और हमारा पैसे भी कम खरचा हो। घर बनाने के लिए जितने भी निर्णय ले या विचार करें सब पूरी जानकारी लेने के बाद ही लेने चाहिए। सस्ता और बजट के अन्दर घर बनाने के लिए हमें कुछ तरीकों को अपनाना चाहिए।

तो आज के इस लेख में हम आपको ghar banane ka tarika in hindi में बताएगें और साथ ही साथ यह भी बताएगें कि Online घर का नक्शा कैसे बनाएँ और घर बनवाते समय किन चीज़ों का ध्यान रखे।

ghar banane ka tarika in hindi
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ghar banane ka tarika in hindi-

नीचे आपको कुछ ghar banane ka tarika in hindi में दिए गए हैं। जिससे आपको अपने घर को बनाने में बहुत आसानी होगी।

खर्चे का अनुमान-

घर की शुरुआत होने से पहले आप engineer से घर के खर्चे का अनुमान ले ले। ताकि आप अपना एक बजट बना ले जिससे फिर बाद में आपको पैसों की किल्लत ना हो।

ज़मीन का चयन- घर हमेशा एक ज़मीन के ऊपर ही बनता है। तो हमें सबसे पहले वो ज़मीन चुननी चाहिए जिसपर हमारा घर बनेगा। हमें ज़मीन किसी गाँव में नहीं लेनी चाहिए। क्योंकि अभी भी बहुत से ऐसे गाँव है जिनका विकास नहीं हुआ है। ज़मीन हमेशा वहाँ ले जहाँ बिजली की सुविधा हो, दुकान हो, खाने पीने का समान मिलता हो, मार्केट पास ही में हो ज़्यादा दूर ना हो आदि।

ज़मीन की नपाई-

ज़मीन का चयन करने के बाद आप जब ज़मीन की रजिस्ट्री कर लेंगे, उसके बाद ज़मीन की नपाई करवा ले। और ज़मीन पर temporary boundary खिंचवा दे।

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ज़मीन के नक्शे की तैयारी-

ज़मीन का नक्शा बहुत ही ज़रूरी होता है। ज़मीन का नक्शा आप architect के द्वारा बनवा सकते हैं। उसमें यह सब आएगा कि आप को किन-किन चीज़ों की requirement है। कितने कमरे चाहिए हैं, कितने बाथरूम चाहिए हैं, कितने टॉयलेट चाहिए हैं आदि।

ज़रूरी कागज़-

जरूरी कागज़ का काम करवाना बहुत ही आवश्यक है। अगर आप की ज़मीन नगर निगम या नगर पालिका के अंदर आ रही है तो engineer से उसका अप्रूवल करवा ले। सारी documentary और agreement पूरे करवा ले।

समझदारी से सामान खरीदें-

काम शुरू करने से पहले एक बार ठेकेदार या architecture से यह पता करले कि घर को बनाने के लिए सीमेंट, सरिया, ईंटें और मिट्टी कितनी लगेगी।

सभी समान की मात्रा का पता चलने पर ही सामान को इकट्ठा खरीद ले। जिससे आपको कुछ प्रतिशत की छूट मिल जाएगी। इसी तरह मार्बल, टाइलस आदि चीज़ों को भी इकट्ठा ही खरीदले।

फ़ाउन्डेशन का काम-

contractor, engineer और सभी कागज़ का काम पूरा होने के बाद फ़ाउन्डेशन का काम शुरू किया जाता है जो कि engineer द्वारा होता है

पिलर का काम और ईट की चिनाई-

पिलर में आपको सही मात्रा में सरीया का चयन करना होता है।बाज़ार में original और duplicate दोनों quality की सरिये उपलब्ध होती हैं। इसलिए इनकी अच्छे से जांच पड़ताल कर लेनी चाहिए।घर बनाने के लिए हमेशा Fe-415 grade और Fe-500 grade की सरिया का ही उपयोग करें। और ईट की चिनाई में आपको सही सही ईट का चयन करना होता है। ये दोनों भी engineer द्वारा ही होते है।

सीमेंट का चयन-

सीमेंट को भी इक्कठा ही खरीदे। इक्कठी सीमेंट खरीदने से काफी पैसा बच सकता है। घर को बनाने के लिए opc 43 grade की सीमेंट खरीदें। आप ढलाई और पानी के टैंक के लिए ppc सीमेंट खरीद सकते हैं। सीमेंट की self life लगभग 3 महीने की होती हैं।

अनुभवी ठेकेदार को काम दे-

एक अच्छे घर को बनाने के लिए अनुभवी contractor को चुनना चाहिए। बहुत बार ऐसा होता है कि मिस्त्रियों की गलती की वजह से दीवारों को तोड़ा जाता है। और फिर से बनाया जाता है। जिसमें सीमेंट और रेती का खर्चा double हो जाता है।

गहरी नीवें खुदवाये-

घर की नीवों को मज़बूत रखना चाहिए। नीवों की दीवारों के बीच की मिट्टी को अच्छी तरह भरवाए और उसमें पानी डालकर उसे मज़बूत करले। जिससे उसमें बाद में दरारे नहीं पड़ेगी।

प्लिंथ बीम और कॉलम डलवाए-

नीवों के काम के बाद भीम और कॉलम का काम शुरू होता है। फिर ईटों की जुड़ाई शुरू की जाती है। यह बात ज़रूर याद रखे कि दरवाज़े और खिड़कियों के लिए हमेशा लिंटेल भीम ही लगवाए।

छत की पकाई-

छत की पकाई अच्छी तरह से होनी चाहिए। छत की पकाई के लिए मिट्टी के घेरे बनालें या फिर लकड़ी का बुरादा भरकर अच्छी तरह से उसमें पानी भरें।

तराई करना बहुत ही महत्त्वपूर्ण है-

सीमेंट का काम शुरू होने के बाद तक़रीबन 24 घंटे के बाद तराई का काम शुरू किया जा सकता है। तराई 28 दिनों से कम तक नहीं करनी चाहिए। सीमेंट 3 से 28 दिनों में मज़बूत होती है। यह बात हमेशा याद रखे कि सीमेंट को तब तक पानी देना चाहिए, जब तक वह पानी को सोखना बंद ना कर दें।

प्लास्टर का विशेष ध्यान रखें-

प्लास्टर करवाते समय ध्यान रखें कि ज़्यादा गड्ढे न हो और लकीरें ना हो।अगर ज़्यादा लकीरें या गड्ढे रह जाएंगे तो बाद में पुट्टी में बहुत खर्चा आ जाता है।

पानी और लाइट का काम-

प्लास्टर से पहले पानी की पाइपों की फिटिंग की जाती है। और साथ ही साथ बिजली की फिटिंग भी प्लास्टर से पहले ही होती हैं।

टाइलस और मार्बल का काम-

टाइलस और मार्बल direct किसी खदान से खरीदें। यह फिर अलग-अलग डीलर से बात करके हर जगह का price पता करके फिर खरीदें।

सभी कामों को चेक करें-

अंदर से लेकर के घर के बाहर तक के सभी कामों को चेक करें। कोई काम बाकी रह जाए तो उसको उसी वक्त पूरा करवा ले। फिर घर में paint करवाए और घर का furniture लेले

घर बनवाते समय किन चीज़ों का ध्यान रखे-

घर बनवाते समय आपको निम्नलिखित चीज़ों का ध्यान रखना चाहिए-

  • उत्तर, पूर्व, पश्चिम और दक्षिण, इन चार दिशाओं के अनुसार ही घर की बनावट तय होती है। घर का मुख्य द्वार पूर्व या उत्तर दिशा में हो तो बहुत अच्छा माना जाता है। लेकिन अगर आप किसी और दिशा में मुख्य द्वार बना लेंगे तो इसमे कोई समस्या वाली बात नहीं है।
  • आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि शौचालय पूजा घर के आस-पास ना हो।
  • किसी भी प्रकार का भूमिगत टैंक, fresh water tank, बोरिंग, कुआं, septic tank आदि उत्तर या पूर्व दिशा में होना चाहिए।
  • यह ध्यान रखें कि पश्चिम की तुलना में पूर्व दिशा में और दक्षिण की तुलना में उत्तर दिशा में ज़्यादा खुली जगह होनी चाहिए।
  • यह ध्यान रखें कि घर की ऊंचाई ज़मीन से एक से दो फीट ऊंची हो और घर में फर्श even हो।
  • पूजा घर और bed room एक ही कमरे में नहीं होने चाहिए।
  • सीढ़ियों की संख्या 21, 23, 25 हो तो अच्छा है।
  • कमरे की लाइट्स पूर्व या उत्तर दिशा में लगी होनी चाहिए।
  • कमरों में खिड़कियां ज़रूर रखें।

Online घर का नक्शा कैसे बनाएँ-

घर बनाने के लिए ज़मीन खरीदने के बाद जो सबसे बड़ी चीज़ होती है, वो है ‘घर का नक्शा’ तैयार करना है। घर बनाने के लिए नक्शा बहुत ही महत्वपूर्ण होता है जिसको एक engineer या फिर architecture से बनवाना पड़ता है। जिसके लिए अच्छे खासे पैसे भी खर्चा करने पड़ते हैं।

लेकिन अब आप high tech technology का इस्तेमाल करके अपने खर्च को कम कर सकते हैं। आज के समय में online ऐसे बहुत सारे Apps, websites और softwares उपलब्ध हैं जिनकी मदद से हम अपने घर का नक्शा खुद बना सकते हैं।

लेकिन यह बात ज़रूर याद रखे कि इसके लिए आपको design की basic knowledge ज़रुर होनी चाहिए। नक्शा चाहे छोटे घर का हो या बड़े घर का, आप किसी भी तरह के घर का design online बना सकते हैं।

नीचे आपको कुछ online websites दी गई है। जो आपको home design की सुविधा प्रदान करती हैं।

  1. www.floorplanner.com
  2. www.designyourownhome.com
  3. www.homestyler.com
  4. www.smartdraw.com

नीचे आपको कुछ android और iphone applications दी गई है। जिससे आप अपने घर का design बना सकते है।
आप इन सभी applications को google play store से download कर सकते हैं।

Floor Plan Creator (फ्लोर प्लान क्रेअटर)
Home Design 3D (होम डिजाइन 3D)
Home Design (होम डिजाइन),
Design This Home (डिजाइन दिस होम)
100 house plan (100 हाउस प्लान)
House design आदि।

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निष्कर्ष-

तो दोस्तों आज के इस लेख में आप सभी ने ghar banane ka tarika in hindi में जाना। साथ ही साथ Online घर का नक्शा कैसे बनाएँ और घर बनवाते समय किन चीज़ों का ध्यान रखे जाना।

आशा करते हैं कि आप को यह लेख पसंद आया होगा और ghar banane ka tarika in hindi में आपको बहुत कुछ जानने को मिला होगा।

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