Jamsavli Temple Madhya Pradesh- हमारे देश में शायद ही कोई ऐसे शहर या जगह होगा, जहां पर हनुमान जी का मंदिर न बना हों। जी हां देखा जाए तो मुख्य रूप से भारत के सभी शहर या कस्बे में हनुमान जी का मंदिर जरूर मौजूद है। ऐसा इसलिए क्योंकि श्री राम भक्त हनुमान जी को कलियुग का भगवान भी कहा गया है।
दरअसल, आज भी ऐसा कहा जाता है कि आज भी धरती पर हनुमान जी मौजूद है। इसके साथ ही ऐसी मान्यताएं है कि जहां भी राम कथा आयोजित किया जाता है, वहां पर हनुमान जी जरूर पहुंचते है।
दरअसल, भारत में कई प्रसिद्ध हनुमान मंदिर मौजूद है और इन्हीं में से एक हनुमान मंदिर जो कि मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में मौजूद है इससे जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी मैं इस पोस्ट में लेकर हाजिर हुआ हूं। यह एक आम हनुमान मंदिर नहीं बल्कि एक विशेष हनुमान मंदिर है।
इस हनुमान मंदिर की विशेषता यह है कि यहां पर हनुमान जी विश्राम अवस्था में मौजूद है। यह मंदिर खास तौर पर Jamsavli Temple Madhya Pradesh के नाम से प्रसिद्ध है।
तो क्या आप भी JamSavli Temple Madhya Pradesh से संबंधित हर महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, यदि हां तो उसके लिए आपको हमारे लेख को अंत तक पढ़ने की आवश्यकता होगी। क्योंकि आज के लेख में मैं आप सभी को Jamsavli मंदिर के इतिहास और इससे जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाला हूं।
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Jamsavli मंदिर के चमत्कार – Jamsavli Temple Madhya Pradesh?
Jamsavli मंदिर के बारे में सरल शब्दों में समझा जाए, तो यह महाराष्ट्र के नागरिकों के लिए एक बहुत ही लोकप्रिय गंतव्य माना जाता है। दरअसल, हनुमान जयंती जैसे पर्व त्यौहारों पर तो इस जगह पर लोगों की भीड़ इतना ज्यादा पहुंचती है की पाव रखने तक की जगह नहीं मिलती। इसके साथ ही यहां पर छुट्टियों के दिनों में भी भीड़ जुटी रहती है।
यहां पर चमत्कारी इलाज के लिए भी दूर दूर से लोग पहुंचते है। वही मंदिर कितना पुराना है की बात करें, तो पुराने दस्तावेजों के अनुसार यह मंदिर आज से लगभग 100 वर्ष पुराना माना जाता है। खास तौर पर इस मंदिर में महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के लोग ज्यादातर पहुंचते हैं।
Jamsavli मंदिर के चमत्कार के बारे में बात किया जाए, तो यहां पर सबसे बड़ा चमत्कार यह है कि यहां पर विश्राम अवस्था में विराजमान हनुमान जी के नाभी से जल निकलता है। वही भक्त इन्हें प्रसाद के रूप में लेते है। वही ऐसी मान्यता है कि इस जल का सेवन करने से व्यक्ति को चर्म रोग की समस्या नहीं होती है। वही लोग इस जल का ग्रहण कर और भी कई बीमारियों से बचे रह सकते हैं।
Jamsavli मंदिर से जुड़ी कथा
यदि हम Jamsavli मंदिर के बारे में विस्तार से जानने की कोशिश करें, तो नागपुर के छिंदवाड़ा रोड पर Jamsavli नाम का एक छोटा सा स्थान है, जो कि विश्राम अवस्था में विराजमान हनुमान मंदिर के लिए देश भर में प्रसिद्ध है। दरअसल, अभी के समय में ये कोई नहीं बता सकते है कि Jansavli मंदिर में मौजूद हनुमान जी का मूर्ति कितना पुराना है।
इसके साथ ही आपकी जानकारी के लिए बता दूं की यह मंदिर एक जंगल के बीचों बीच है। हालांकि, यहां अधिक घने जंगल नहीं है। लेकिन ऐसा कहा जाता है कि यहां पर कभी काफी ज्यादा औषधियां पाई जाती है। दरअसल, इस मंदिर की मान्यताएं काफी ज्यादा है। यही कारण है कि इस मंदिर में काफी दूर दूर से लोग आते है।
मंदिर स्थापना की कोई तथ्य उपलब्ध नहीं
अभी तक लोगों में ये सवाल एक सवाल ही बनकर रह गया है कि मंदिर की स्थापना कब हुई थी। जी हां जानकारी के मुताबिक अभी तक ऐसा कोई ठोस सबूत नहीं मिला जिससे यह साबित हो सकें मंदिर की स्थापना आखिर हुआ कब था। हालांकि, कुछ पुराने कागजातो के मुताबिक मंदिर की स्थापना 100 वर्ष पुरानी हुई थी।
लोगो ने यह भी पूछा- (FAQ)
Q1. क्या सच में हनुमान जी के नाभी से जल निकलता है?
Q2. हनुमान जी के नाभी से निकलते जल के सेवन से क्या होता है?
Q3. क्या सच में हनुमान जी के नाभी से निकले जल के सेवन से रोग दूर होती है?
निष्कर्ष
उम्मीद करता हूं कि आपको हमारा JamSavli Temple Madhya Pradesh का यह पोस्ट पसंद आया होगा। क्योंकि आज के लेख में मैंने आप सभी को Jamsavli Temple से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान किया है। इसके साथ ही अगर आपको हमारे आज के इस Jamsavli मंदिर के पोस्ट को पढ़कर कोई सवाल पूछना हो, तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं। साथ ही पोस्ट पसंद आए, तो शेयर करना ना भूलें।