Limited Ka Matlab Kya Hota Hai । लिमिटेड का मतलब क्या है?

Limited Ka Matlab Kya Hota Hai । लिमिटेड का मतलब क्या है?

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हैलो दोस्तों आज के इस लेख में आप सभी का सवागत है। आज के इस लेख में हम आपको बताएगें कि limited ka matlab kya hota hai। और साथ ही साथ limited Company क्या होती है,limited Company के प्रकार,limited Company के फायदे,limited Company के नुकसान,Private Limited Company क्या होती है, Public Limited Company क्या होती है आदि चीज़ें बताएगें।

Limited का मतलब वैसे तो सीमित होता है। लेकिन अगर हम Limited शब्द की बात business में करें तो इसका अलग मतलब होता है। अगर आप एक businessman है या फिर business से सम्बन्धित जानकारी ढूँढ रहे हैं तो आपने limited Company, private company, public company आदि के बारें में ज़रूर सुना होगा।

भारत में business करना बहुत ही मुश्किल हो गया है। हर एक मुश्किल से निपटने का तरीका होता है। और कंपनी को आगे बढ़ाने के लिए हर businessman की अपनी योजना होती है। Limited व limited Company के बारें में विस्तार से जानने के लिए इस लेख को अन्त तक ज़रूर पढ़े।

Limited Ka Matlab Kya Hota Hai .
Limited Ka Matlab Kya Hota Hai .

limited ka matlab kya hota hai-

Limited का हिंदी में मतलब “सीमित” या “परिमित” होता है। इस शब्द का इस्तेमाल किसी चीज़ के number, extent, capacity or अन्य quantities को सीमित करने के लिए किया जाता है। यह Private या public विषयों से लेकर
business और finance में इस्तेमाल किया जाता है। इसे कंपनी या institutions के नाम के अंत में भी लगाया जाता है। जो किसी स्थान में सीमित या परिमित होती हैं।

Business के क्षेत्र में इसका इस्तेमाल करके banking, finance और अन्य क्षेत्रों में money investment के लिए किया जाता है।कुछ कंपनियों में share holders के लिए यह सीमित होता है कि वो कितने share खरीद सकते हैं। या कितने share बेच सकते हैं।

limited Company क्या होती है-

limited Company वो कंपनी होती है जो पब्लिक के पैसे से चलती है। इसलिए इसको Public Limited Company भी कहते है। limited Company अपने Stocks, share market के द्वारा लोगो को खरीदने के लिए दे देती है। share market के ज़रिये Limited कंपनी पब्लिक से पैसा लेती है।

Limited Company भारतीय कंपनी अधिनियम 2013 के आधार पर registered होती है। इसमें कंपनी के सदस्यों की कोई Limited सीमा नहीं होती है। कंपनी share को खरीदने और बेचने के लिए public को ही invite करती है। यह कंपनी अपने खर्चे के लिए भी share market में अपने stocks को बेचकर ही पैसा लाती है। और साथ ही साथ यह अपने आईपीओ के द्वारा बाज़ार से इन्वेस्टर के पास से पैसा लेती है।

Limited Company के उदाहरण

Reliance Industries Limited
Tata Motors Ltd

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limited Company के प्रकार-

limited Company के भारत के अनुसार तीन प्रकार होते है-

प्राइवेट लिमिटेड कंपनी (Private Limited Company)
पब्लिक लिमिटेड कंपनी (Public Limited Company)
वन मेन कंपनी (One Man Company)

limited Company के फायदे-

नीचे आपको limited Company के कुछ फायदे दिए गए हैं-

  • जब कोई कंपनी लोगों को share खरीदने के लिए invite करती हैं तो कंपनी को उसके लिए funding मिलती रहती हैं। इससे कंपनी को future के लिए नए investment का रास्ता मिल जाता हैं।
  • जो कम्पनी stock exchange में listed होती हैं। वो हमेशा famous रहती हैं। लोग समय समय पर उन कम्पनियों के बारें में कुछ ना कुछ जानकारी निकालते रहते हैं। इससे कंपनी और ज़्यादा famous होने लगती है और कम्पनी की growth मे बढ़ोतरी भी होती है।
  • जब कंपनी मे बहुत सारे share holder होते हैं तो मालिक का अधिकार उनकी इन्वेस्टमेंट के अनुसार आपस में बाँट दिया जाता हैं। ऐसे में कंपनी के फायदे व नुकसान के लिए बहुत सारे लोग एक साथ सोचते व समझते हैं। इसलिए नुकसान व फायदा बट जाता हैं।
  • कम ज़ोखिम की वजह से share के माध्यम से जुटाया गया पैसा नई projects में लगा के business को बढ़ाया जाता है। जो कि सबके लिए बहुत ही अच्छा अवसर होता है। इसी से कम्पनी अपने products के नए नए updates और versions लाती रहती हैं।

limited Company के नुकसान-

नीचे आपको limited Company के कुछ नुकसान दिए गए हैं-

  • एक limited Company को Operation और Management करने के लिए board of directors की ज़रूरत होती है। जो कंपनी के लिए एक फैसला लेते हैं। इसके अलावा उन्हें organization के कार्यक्रम, finance, marketing, financial reporting, आदि के लिए ज़िम्मेदार होना पड़ता है।
  • limited Company को चलाने के लिए board of directors की ज़रूरत होती है। जिससे कंपनी के operation लंबी अवधि तक सुनिश्चित किए जा सकते है। इसलिए limited Company में Operation और Management को दूरस्थ करना बहुत मुश्किल हो सकता है।
  • limited Company के सदस्य finance के मामलों में limited ही होते हैं। इसलिए, limited Company को financial स्वतंत्रता में limited रखा जाता है।
  • limited Company में बंटवारा करना थोड़ा मुश्किल होता है।

Private Limited Company क्या होती है-

Private Limited Company में मालिक का पूरा हक 2 ही लोगो के पास होता है। इस कम्पनी में सदस्यों की सीमा भी limited रहती है। Private Limited Company share market से और public investors से पैसा नहीं ले सकती है।

आसान भाषा में कहा जाए तो Private Limited Company के 2 मालिक हो सकते हैं। उन दोनों को ही पूरा पैसा कंपनी में लगाना होता है।

Private Limited Company के उदाहरण

Flipkart Internet Pvt Ltd
Swiggy A Pvt Ltd

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Public Limited Company क्या होती है-

Public Limited Company बड़ी कम्पनी होती है। जहाँ हज़ारो लोग काम करते हैं। Ltd कंपनी public के पैसे से चलती है। कम्पनी का share public के पास भी होता है।इसलिए अगर कंपनी को फायदा या नुकसान होता है तो share holder को भी फायदा या नुकसान होता है। इन कम्पनयों में किसी को भी हक़ नहीं होता है।

Public Limited Company के उदाहरण

Bharat Heavy Electricals Ltd. ( BHEL)
Bharat Petroleum Corporation Ltd (BPCL)

One man Limited Company का क्या मतलब होता है

One man Limited Company को OML या OPC के नाम से भी जाना जाता है। यह कम्पनी कंपनीज़ अधिनियम, 2013 के द्वारा शुरू की गई थी। इस कंपनी में एक व्यक्ति,एक share holder और एक director होता है। One man Limited Company के incorporation के दौरान एक director और एक share holder को एक व्यक्ति को अपने nominee के रूप में प्रेरित करना होता है।

One man Limited Company के उदाहरण

Arkan Diary Private Limited
Truffle House Private Limited

Public,private और One Man Company Limited Company में अन्तर

Captital

Public Company में कम से कम Rs. 5, 00,000 का
Captital होता है।

Private Company में कम से कम Rs.1, 00,000 का
Captital होता है।

One Man Company के लिए कोई न्यूनतम share capital नहीं होता है।

न्यूनतम सदस्य

Public company को स्थापित करने के लिए कम से कम 7 सदस्यों का होना ज़रुरी होता है।

Private company को स्थापित करने के लिए कम से कम 2 सदस्यों का होना ज़रुरी होता है।

One Man Company में केवल एक ही सदस्य होता है। वही एकमात्र share holder होता है। कंपनी का registration करते समय उसे एक व्यक्ति को nominee के रूप में चुनना होता है।

अधिकतम सदस्य

Public company में अधिकतम सदस्यों की कोई limit नहीं होती है।

Private company में अधिकतम सदस्यों की संखया 50 होती है।

One Man Company में केवल एक ही सदस्य होता है। और उसे एक director की आवश्यकता भी होती है। इस कम्पनी में ज़्यादा से ज़्यादा 15 directors हो सकते हैं।

शेयरों का transfer

Public company में शेयरों का transfer बिना किसी limitation के हो जाता है

Private Company में शेयरों का transfer एसोसिएशन ऑफ आर्टिकल के अनुसार सख्त वर्जित है।

One Man Company में केवल एक ही सदस्य होता है। इसलिए यहां शेयरों को share holder की मृत्यु के बाद nominee को दे दिया जाता है।nominee को शेयरों को स्वीकार व अस्वीकार करने का अधिकार होता है।

Prospectus

Public Company में public के लिए shares का
subscription उपलब्ध होता है और वो अपना prospectus जारी कर देती हैं।

Private Company में public के लिए shares का
subscription उपलब्ध नहीं होता है और वो अपना prospectus जारी नहीं करती हैं।

One Man Company में सारे shares केवल एक ही सदस्य द्वारा लिए जाते हैं।

Directors

Public Company में 3 directors होते हैं।

Private Company में 2 directors होते है।

One Man Company में एक ही director होता है। लेकिन यह संख्या 15 तक जा सकती है।

FAQ

Q. Public Company और One Person Company में क्या अन्तर होता है?

One Personal Company में केवल एक ही Owner होता है लेकिन Public Company में कम से कम 7 Owners का होना ज़रुरी होता है।

Q. Single Man Company क्या होती है?

कंपनी अधिनियम धारा 2(62) के अनुसार Single Man Company में सदस्य के रूप में केवल एक ही व्यक्ति होता है। 

Q. Public और Private Company में कौन से चार मुख्य अन्तर होते है?

एक Public company कंपनी अपने registered shares आम जनता को बेच सकती है।
एक private company केवल कुछ इच्छुक investors को अपने स्वयं के निजी तौर पर आयोजित shares बेच सकती है।
एक public company के shares का stock exchange में कारोबार होता है।
एक private company के shares की ownership केवल कुछ निजी investors के पास ही होती है।

Q. क्या One Person Company एक Private Limited Company हो सकती है?

एक Private Limited Company में कम से कम दो Shareholders होने चाहिए। इसलिए, One Person Company एक Private Limited Company नहीं हो सकती है।

Q. Private Limited Company का मतलब क्या होता है?

Private Limited Company निजी तौर पर छोटी Industry खोलने का ज़रिया होती है।

निष्कर्ष-

तो दोस्तों आज के इस लेख में आप सभी ने limited ka matlab kya hota hai जाना। और साथ ही साथ limited Company क्या होती है,limited Company के प्रकार,limited Company के फायदे,limited Company के नुकसान,Private Limited Company क्या होती है, Public Limited Company क्या होती है आदि चीज़ें जानी।

आशा करते हैं कि आप को यह लेख पसंद आया होगा और limited ka matlab kya hota hai आपको अच्छे से समझ में आया होगा।

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