कई बार आपने Prativedan शब्द के बारे में जरूर सुना होगा। लेकिन क्या आपको पता है कि प्रतिवेदन का मतलब क्या होता है, यदि नहीं तो आपके लिए हमारा पोस्ट काफी महत्वपूर्ण साबित होने वाला है। क्योंकि आज के लेख में मैं आप सभी को Prativedan Meaning in Hindi से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाला हूं। इसलिए आप हमारे पोस्ट को अंत तक पढ़ें।
प्रतिवेदन का मतलब | Prativedan Meaning in Hindi
दरअसल, दी शब्दों को जोड़कर प्रतिवेदन शब्द बना है जैसे प्रति + विद, इसका मतलब हर खबर रखना या पूरी जानकारी रखना होता है। प्रतिवेदन में खास कार्य की डिटेल्स तो प्रदान की जाती है।
इसके साथ ही कई तरह के विचार यानी सलाह और साथ ही संतोषजनक जवाब भी प्रदान किए जाते है। जैसा कि हम इस बात से तो वाकिफ है कि देश में आए दिन कई घटना के मामले सामने आते रहते है, जिसके बारे में हम कई बार जानना भी चाहते है।
अब इसके लिए ही तो घटना के निरीक्षण या फिर तौहकीकात की जरूरत होती है। जिसके लिए गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा नियुक्त किए गए एक या इससे भी ज्यादा लोगों को जांच वगैरह करने का आदेश दिया जाता है। ऐसे व्यक्ति जो हर तरह की छान बीन करके सभी जानकारी रखता है, उसे ही हम प्रतिवेदन कहते है। तो चलिए अब बिना समय गंवाए प्रतिवेदन कितने तरह के होते है, इसके बारे में जान लेते है।
प्रतिवेदन कितने तरह के होते है | Types Of Prativedan in Hindi
क्या आपको पता है कि प्रतिवेदन कितने प्रकार के होते है, यदि नहीं तो कोई बात नहीं आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि प्रतिवेदन तीन प्रकार के होते है। जो कि इस प्रकार है
- विवनात्मक प्रतिवेदन
- संगठनात्मक प्रतिवेदन
- व्यक्तिगत प्रतिवेदन
Read More : नोडल अधिकारी किसे कहते है – Nodal Officer Meaning In Hindi?
1 . विवनात्मक प्रतिवेदन क्या है?
यदि हम विवनात्नक प्रतिवेदन के बारे में सरल शब्दों में समझे, तो इसमें किसी या किसी रैली, सभा इत्यादि का विवरण रेडी किया जाता है। आपको इस बात का ध्यान रखना है कि यहां पर प्रतिवेदन लिखने वाले व्यक्ति को बड़ी ही सच्चाई से विषय का सही तरह से जानकारी प्रदान करना होता है।
2. संगठनात्मक प्रतिवेदन क्या है?
वही यदि हम संगठनात्मक प्रतिवेदन के बारे में सरल शब्दों में समझे, तो इसमें किसी सभा, संस्था या फिर बैठक इत्यादि का पूरा विवरण प्रदान करने की आवश्यकता होती है। दरअसल, यहां पर प्रतिवेदन लिखने वाले व्यक्ति को अपने बारे में नहीं बल्कि संगठन या संस्था से जुड़े विवरण ही लिखना होता है।
3 . व्यक्तिगत प्रतिवेदन क्या है?
व्यक्तिगत प्रतिवेदन के बारे में बात करें, तो इसमें व्यक्ति अपने जीवन से जुड़े या फिर एक विद्यार्थी अपने जीवन पर प्रतिवेदन। लिख सकते है। कई बार आपने सुना होगा कि कुछ लोग अपनी जीवन के बारे में डायरी लिखना पसंद करते है।
प्रतिवेदन का मुख्य उद्देश्य
क्या आप भी जानना चाहते हैं कि प्रतिवेदन का मुख्य उद्देश्य क्या है, यदि हां तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि इसका मुख्य उद्देश्य गुजरे हुए वक्त के खास अनुभवों का संक्षिप्त संग्रह करना होता है। इससे एक बार तो क्लियर हो जाती है की इसमें आपको किसी तरह का संदेह नहीं होता है। इसके साथ ही प्रतिवेदन में केवल सच्ची बाते ही लिखी जाती है।
Read More : Designation Meaning In Hindi | डेसिग्नेशन का मतलब हिंदी में
प्रतिवेदन लिखते वक्त किन बातों का रखना चाहिए विशेष ध्यान?
क्या आप भी प्रतिवेदन लिखना चाहते हैं, यदि हां तो उसके लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होगी। जो कि इस प्रकार है
- प्रतिवेदन लिखते वक्त हमेशा ध्यान रहे कि यह हमेशा संक्षिप्त में होना चाहिए।
- दरअसल, मुख्य तौर पर शीर्षक ऐसा होना चाहिए, जो मुख्य विषय को रेखांकित करें।
- आपको प्रतिवेदन हमेशा सरल और साफ साफ शब्दों में लिखने की जरूरत होगी।
- आप अगर किसी घटना या प्रकरण इत्यादि जिस भी विषय पर प्रतिवेदन लिख रहें है, तो समय की सूचना लिखना न भूलें।
- आपको प्रतिवेदन समय यह ध्यान देना है कि व्याख्या सही क्रमानुसार तौर पर ही लिखा जाना चाहिए।
- प्रतिवेदन में किसी भी घटनाक्रम या किसी भी जांच पड़ताल की मुख्य बातें भी आपको लिखने की जरूरत होगी।
- आपको उस घटना पर क्या फ़ैसला लिया जा रहा है, इसके बारे में भी लिखना होता है।
- इसमें आपको सिर्फ और सिर्फ आवश्यक तथ्यों के बारे में ही लिखना होता है।
प्रतिवेदन की विशेषताएं
दरअसल, आपने हमारे अभी तक के लेख में प्रतिवेदन क्या है और इसके प्रकार क्या है इसके बारे में तो जान ही चुके होंगे। लेकिन क्या आपको पता है कि प्रतिवेदन की विशेषताएं क्या है, यदि नहीं तो कोई बात नहीं अब हम आपको अपने आगे के लेख में इसकी सभी विशेषता के बारे में जानकारी साझा करने वाले है। जो कि इस प्रकार है
- दरअसल, प्रतिवेदन का मुख्य विशेषता यह है कि इसमें केवल किसी घटना, प्रकरण या फिर कार्य योजना प्रसंग की महत्वपूर्ण बाते ही लिखा जाता है।
- इसके साथ ही अच्छी बात यह भी है प्रतिवेदन में कोई भी चीज विस्तार से नहीं बल्कि संक्षिप्त ने लिखा जाता है।
- प्रतिवेदन में क्रमानुसार में ही बाते लिखा जाता है।
- प्रतिवेदन पढ़ने में किसी को कोई परेशानी न हों, इसका तो यही अर्थ होता है की इसे स्पष्टता और विशेषता के साथ लिखा गया हो।
- दरअसल, इसमें प्रतिवेदन लिखने वाले के बारे में नहीं बताया जाता है बल्कि इसमें संदेह पैदा करने वाली किसी भी तरह की जानकारी प्रदान नहीं की जाती है।
Read More : NCR Full Form : NCR क्या है और NCR कब और क्यों बना?
प्रतिवेदन कैसे लिखा जाता है?
क्या आप भी किसी व्यक्ति या घटना पर प्रतिवेदन लिखना चाहते हैं, यदि हां तो उसके लिए आपको सबसे पहले उससे जुड़े हर महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करनी होगी और सभी जांच पड़ताल पूरी करने के बाद ही आप एक अच्छा प्रतिवेदन लिख सकते है। तो चलिए अगर आप भी प्रतिवेदन लिखना चाहते हैं, तो नीचे के स्टेप्स को जरूर फॉलो करें। जो कि इस प्रकार है
- सबसे पहले तो प्रतिवेदन लिखने के लिए आपको संस्था का नाम लिखने की जरूरत होगी।
- जिसके पश्चात आपको बैठक या सभा का नाम और उद्देश्य लिखना होगा।
- अब आपको आयोजन स्थल का नाम लिखना है।
- इसके बाद आयोजन के दिनांक और समय की सूचना लिखना है।
- उसके बाद कार्यक्रम में उपस्थित सभी व्यक्तियों के बारे में भी आपको जानकारी देनी होगी।
- आपको फिर प्रतिवेदन लिखते समय फैसले के बारे में भी लिखना होता है।
- इसके साथ ही अंत में आपको प्रतियोगिता का परिणाम आया तो इसके बारे में भी जानकारी देनी होगी।
- इस तरह आप प्रतिवेदन लिख सकते है।
FAQ About Prativedan
Q1. प्रतिवेदन का पहला चरण क्या है?
Q2. क्या प्रतिवेदन में केवल सच्ची बाते लिखी जाती हैं?
निष्कर्ष
आशा करता हूं कि आपको हमारा Prativedan Meaning in Hindi का यह पोस्ट पसंद आया होगा। क्योंकि आज के लेख में मैंने आप सभी को प्रतिवेदन का मतलब क्या होता है इससे जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान किया है। इसके साथ ही प्रतिवेदन के इस पोस्ट को पढ़कर आप किसी भी तरह के प्रश्न पूछना चाहते है, तो कमेंट करके पूछ सकते हैं। साथ ही पोस्ट पसंद आए, तो शेयर करना ना भूलें।