इस्लाम में किसी भी कार्य को करने से पहले दुआ की जाती है जिसमें सफर भी शामिल है। जी हां, इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग सफर करने से पहले भी दुआ करते हैं और सफर से लौटने के दौरान भी दुआ करते हैं। क्या आपको पता है की यह लोग सफर के दौरान कौनसा दुआ पढ़ते हैं? अगर नहीं पता तो आपको चिंतित होने की जरूरत नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि, आज हम आपको इस लेख के माध्यम से Safar Ki Dua In Hindi के बारे में जानकारी प्रदान करने वाले हैं।
अगर आप भी Safar Ki Dua In Hindi के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें। ताकि, आपको जानकारी प्राप्त हो सके कि सफर के दौरान कौनसा दुआ पढ़ना चाहिए और सफर से लौटने के दौरान कौनसा दुआ पढ़ना चाहिए। तो चलिए Safar Ki Dua In Hindi से संबंधित आज का यह लेख शुरू करते हैं:
सफर की दुआ इन हिंदी? | Safar Ki Dua In Hindi
जब भी इस्लाम धर्म के लोग अपने सफर की शुरुआत करते हैं तो उससे पहले एक दुआ पढ़ते हैं। यदि आप भी इस्लाम धर्म से है और जानना चाहते हैं कि सफर शुरू करने से पहले कौनसी दुआ पढ़नी चाहिए तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि आप अपने सफर की शुरुआत करने से पहले सुब्हानल्लज़ी सख्खर लना हाज़ा वमा कुन्ना लहू मुक़रिनीन, व इन्ना इला रब्बीना लमुनक़लिबुन यह दुआ पढ़ सकते हैं।
हालांकि, यह दुआ आप तब पढ़ सकते हैं जब आप किसी माध्यम से अपनी सफर की शुरुआत कर रहे हैं। उदाहरण के तौर पर समझें तो अगर आप अपनी सफर की शुरुआत ट्रेन, जहाज, कार इत्यादि के माध्यम से कर रहे हैं तो आप इस सफर के लिए ऊपर दी गई दुआ पढ़ सकते हैं।
सफर की दुआ इन इंग्लिश? | Safar Ki Dua In English
देखा जाए तो कई सारे लोग ऐसे हैं जिन्हें हिंदी समझ नहीं आती है और वह सफर के दौरान इंग्लिश में दुआ पढ़ना चाहते हैं। क्या आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं और आप भी सफर की दुआ इंग्लिश में पढ़ना चाहते हैं तो आप इस Subhanallazi sakh-khara lana hadha wa ma kunna lahu muqrinin. Wa inna ila Rabbi-na la munqalibun. दुआ को पढ़ सकते हैं।
सफर की दुआ इन उर्दू? | Safar Ki Dua In Urdu
इस्लाम धर्म में ज्यादातर लोग उर्दू पढ़ना पसंद करते हैं। ऐसे में अगर आप भी उर्दू पढ़ने के शौकीन है और आप उर्दू में सफर की दुआ पढ़ना चाहते हैं तो आप سُبْحَانَ الَّذِي سَخَّرَ لَنَا هَـٰذَا وَمَا كُنَّا لَهُ مُقْرِنِينَ وَإِنَّا إِلَىٰ رَبِّنَا لَمُنقَلِبُونَ यह दुआ पढ़ सकते हैं।
सफर के बीच में पढ़ने वाली दुआ?
इससे पहले जो हमने आपको दुआ के बारे में बताया है वह दुआ सफर की शुरुआत करने पर पढ़ने जाने वाली दुआ थी। अब हम आपको सफर के बीच में पढ़ने वाली दुआ के बारे में बताने वाले हैं। जिसे आप सफर के बीच में पढ़ सकते हैं।
अगर आप सफर के बीच में दुआ पढ़ना चाहते हैं तो आप इस अल्लाहुम-म इन्ना नस् अलु-क फ़ी स-फ़-रिना हाज़ल बिर-र वत्तक़्वा व मिनल अ-म लि मा तर्ज़ा अल्लाहुम-म हव्विन अलैना स-फ़-र-ना हाजा़ वत्वि-ल-ना बुअ् द हू अल्लाहुम-म अन्तस्साहिबु फ़िस्स-फ़-रि वल ख़लीफ़तु फि़ल अहिल अल्लाहुम-म इन्नी अअूज़ुबि-क मिंव-वअ् साइस्स-फ़ रि व का ब ति ल मन्ज़रि व सूइल मुन्क़-ल-बि फ़िल मालि वल अहि्ल व अअूज़ुबि-क मिनल हौरि बअ दल कौरि व दअ वतिल मज़्लूम दुआ को पढ़ सकते हैं।
सफर से वापसी की दुआ?
देखा जाए तो अभी तक हमलोगों ने सफर के शुरुआत में पढ़े जाने वाली दुआ और सफर के बीच में पढ़े जाने वाली दुआ के बारे में जाना है। लेकिन, क्या आपको पता है की सफर से वापस लौटने के दौरान भी एक दुआ पढ़ी जाती है?
अगर नहीं पता तो कोई बात नहीं है ऐसा इसलिए क्योंकि, अब हम आपको सफर से वापस लौटने के दौरान पढ़े जाने वाली दुआ के बारे में बताने वाले हैं। अगर आप सफर से वापस लौट रहें तो आपको यह
आअिबूना ताअिबूना आ़बिदूना साजिदूना लि रब्बिना हामिदून दुआ पढ़नी चाहिए।
इस्लाम में कितनी दूरी को सफर माना जाता है?
जानकारों का कहना है कि अगर आप 90 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तक का सफर कर रहे हैं तो इसे सफर माना जाएगा। वहीं इस्लाम धर्म में हीं कुछ लोगों का कहना है कि अगर किसी सफर को पूरा करने में 2 दिन तक का वक्त लग जाए तो इसे सफर माना जाएगा। देखा जाए तो कुल मिलाकर लोगों में सफर से जुड़ी अपनी मान्यता है कुछ लोग 90 किलोमीटर के दूरी को सफर मानते हैं तो कुछ लोग 2 दिन के वक्त को सफर मानते हैं। अब आपके ऊपर निर्भर करता है की आप किसे अपना सफर मानते हैं।
FAQ
सफर क्या होता है?
जब हम किसी एक जगह से सवारी के माध्यम से कहीं दूसरे जगह घूमने जाते हैं तो उसे सफर कहा जाता है। उदाहरण के तौर पर समझें तो अगर आप बिहार नामक स्थान से ट्रेन के माध्यम से दिल्ली नामक स्थान पर घूमने जाते हैं तो इसे सफर कहते हैं।
क्या सफर करने से पहले दुआ पढ़ना जरूरी है?
जी हां, इस्लाम धर्म के मुताबिक जब आप किसी भी सफर की शुरुआत करें तो उससे पहले Safar Ki Dua जरूर पढ़ें। इससे आपको सफर के दौरान किसी भी तरह की परेशानी नहीं आयेगी और अल्लाह आपकी इफाजत करेंगे।
पानी पीने की दुआ क्या है?
देखा जाए तो इस्लाम धर्म में पानी पीने के लिए भी दुआ पढ़ी जाती है। अगर आप पानी पीने के समय दुआ पढ़ना चाहते हैं तो आप जब भी पानी पिए तो बिस्मिल्लाह कहें और जब आप पानी पूरा पी लेंगे तो अल्हम्दु लिल्लाह कहें।
निष्कर्ष
मैं उम्मीद करता हूं कि आपको इस लेख में Safar Ki Dua In Hindi से संबंधित सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि, आज हम आप सभी को इस लेख के माध्यम से Safar Ki Dua In Hindi का मतलब समझाने का कोशिश किए हैं। ताकि, आप अपने सफर के पहले और सफर के बीच में और सफर के लौटने के दौरान सही से दुआ पढ़ सकें। इसके अलावा अगर आपको सफर की दुआ इन हिंदी से संबंधित कुछ अन्य सवाल पूछना हो तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं।
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