Vitamin D3 tablet in Hindi – विटामिन डी3 के लाभ, फायदे(2023)

Vitamin D3 tablet in Hindi – विटामिन डी3 के लाभ, फायदे(2023)

हेलो दोस्तो एक बार फिर से आप सभी का “गेट हिंदी में हेल्प” में स्वागत है आज के आर्टिकल में हम जानेंगे Vitamin D3 Tablet in Hindi क्योंकि आज के समय मे इसका इस्तेमाल अधिक मात्रा में किया जा रहा है जो हमारे शरीर के खून में फास्फेट और कैल्शियम अवशोषण करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और इसका इस्तेमाल करने की सही जानकारी नही होने की बजह से लोग इसका गलत सेवन कर रहे है।

vitamin d3 tablet in hindi
vitamin d3 tablet review in hindi

तो आज के इस आर्टिकल में मैं आपको विटामिन डी 3 से जुड़ी सभी जानकारी देने वाला हूँ इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको किसी अन्य आर्टिकल को पढ़ने की आवश्यकता नही होगी और आपको इसकी सही जानकारी का पता चल सके।

वैसे तो कुछ एक्सपर्ट ने बताया है विटामिन डी 3 की कमी को सूरज की किरणों के संपर्क में रहने से भी पूरा किया जा सकता है लेकिन आज की इस भाग दौड़ भरे जीवन में किसी के पास समय नही होने की वजह या फिर सुबह से शाम तक ऑफिस में रहने के कारण सूरज की रोशनी के संपर्क में नही रह पाते है।

और लगातार लंबे समय तक ऐसा होने से शरीर मे कई तरह के रोग होने शुरू हो जाता है और हड्डियों से जुड़ी कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है जिसके बारे में आपको इस आर्टिकल में विस्तार से बताया है अगर आप भी इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ते है तो आपको विटामिन डी3 क्या है, और इसका इस्तेमाल कैसे करे, विटामिन डी3 के फायदे और नुकशान क्या है, और इसे लेने का सही तरीका क्या है।

और भी अन्य जानकारी देने वाले इसलिए Vitamin D3 Tablet in Hindi को पूरा जरूर पढ़ें जिससे हमारे द्वारा दी हुई जानकारी आपको अच्छे से प्राप्त हो सके बिना देरी किये हुए जानते हैं विटामिन डी3 क्या है।

विटामिन डी3 क्या है? – Vitamin D3 Tablet in Hindi

दोस्तो अब सबसे पहले आपको यह जानना बेहद जरूरी है विटामिन डी3 क्या है तो विटामिन डी के आपको अलग अलग प्रकार मिल जाते है और यह विटामिन का ही प्रकार होता है अगर आप सूरज के सामने आते है तो इसकी किरणे त्वचा पर पढ़ते ही विटामिन डी3 अपने आप ही शरीर के अंदर बनना शुरू हो जाती है माना जाता है विटामिन डी3 हमे कई रोगों से बचाता है वह सभी रोगों के बारे में नीचे विस्तार से बताया है।

विटामिन डी3 को अगर हम खाद्य पदार्थ की मदद से लेना चाहते है तो यह मीट, मछली, अंडे, दूध से बनी खाने की चीजों में भरपूर तरीके से होता है और आप इसे सप्लीमेंट ड्रग के माध्यम से भी ले सकते है विटामिन डी3 के इस्तेमाल से हमारे शरीर मे मौजूद आँतो में फॉस्फेट, मैग्नीशियम, और कैल्शियम अधिक हो जाता है जिसके कारण बहुत से रोगों से बचे रहते है।

यह मानव शरीर की हड्डियों और कोशिकाओं की सामान्य बढ़ोत्तरी में मदद करता है जिसके चलते अगर किसी के शरीर मे विटामिन डी3 दवा का लेवल कम हो जाता है तो बच्चो में रिकेट्स (Rikets) और वयस्क में ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) नामक रोग हो सकता है विटामिन डी का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा आपको डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।

विटामिन डी3 कमी के लक्षण क्या है?

दोस्तों जैसा कि अभी आपने ऊपर जाना विटामिन डी3 क्या है अब आप जानेंगे विटामिन डी3 की कमी होने पर शरीर से कौन से लक्षण दिखाई देने शुरू हो जाते है जिसके कारण डॉक्टर हमे यह दवाई लेने की सलाह देते है तो आइए जानते है इन्हें नीचे विस्तार से बताया है।


मासपेशियों और हड्डियों में दर्द रहना

यह बात आपको उपरभी बताई गई है अगर विटामिन डी3 की कमी होती है तो इससे हड्डियां कमजोर हो जाती है और इसी बजह से मासपेशियां और हड्डियों का दर्द बढ़ जाता है।

अधिक थकान होना- जब शरीर मे विटामिन डी3 की कमी होती है तो किसी भी काम को करने से बहुत जल्दी और बहुत थकान होती है और अधिक नींद लगना।

जोड़ो में दर्द रहना- जब शरीर मे विटामिन डी3 की कमी होती है तो उठते बैठते या किसी और काम को करने में जोड़ो में दर्द होना।

मासपेशियों का अकडना- इसकी कमी से मासपेशियां अधिक अकड़ने लगती है जिसके कारण आप थोड़ी देर कही भी बैठ जाते है तो उठते समय मासपेशियो का अकडना।

हड्डी फैक्चर होना- दोस्तो सबसे ज्यादा विटामिन डी3 हड्डियों को अधिक मजबूत बनाने में बहुत कारगर होता है तो इसकी कमी से बार बार हड्डियां टूटने लगती है।

अधिक बीमार होना- विटामिन डी3 के कारण प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है जिसके कारण सर्दी, बुखार, खाँसी और फेफड़ों की बीमारी जैसे रोग होते है।

विटामिन डी3 की कमी से होने वाले रोग?

जब किसी के व्यक्ति में विटामिन डी3 की कमी होती है तो उसको कई तरह के रोग होने लगते है क्योंकि विटामिन डी3 शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है लेकिन रिसर्च के मुताबिक इसकी कमी से होने वाले कुछ मुख्य रोगों के बारे में नीचे बताया है।


ऑस्टियोपोरोसिस या फैक्चर- दोस्तो विटामिन डी3 का मुख्य कार्य खून से कैल्शियम सोखने का होता है जैसा कि आपको पहले भी बता चुके है विटामिन डी3 का सबसे ज्यादा जरूरी हड्डियों के लिए होता है अगर इसकी कमी हो जाती है तो इसके कारण हड्डियों की टूटने की सम्भावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।


उच्च ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारी- बहुत से एक्सपर्ट के अनुसार बताया गया है विटामिन डी3 की कमी से दिल का दौड़ा होने के अधिक चांस बढ़ जाते है इसलिए हमेशा ब्लड प्रेशर को सामान्य रखने की आवश्यकता होती है जिससे दिल के अधिकतर रोगों से बचा जा सके।


कैंसर की संभावना- यह बात जानकार आपको हैरानी होगी अगर विटामिन डी3 कमी होगी तो कोलोन कैंसर होने की संभावना उतनी अधिक होती है और अगर आपके खून में जितना विटामिन डी3 होता है उतना ही कोलोन कैंसर होने का खतरा कम होता है।


मासपेशियों का कमजोर होना– जब विटामिन डी3 की कमी होती गई तो मासपेशियों का कमजोर होंने के साथ साथ मासपेशियों में अधिक दर्द रहता है इसलिए मासपेशियों को मजबूत बनाने के लिए विटामिन डी3 अहम भूमिका निभाता है।

विटामिन डी3 के फायदे क्या है? – Benefits of Vitamin D3 Tablet in Hindi


दोस्तो वैसे तो विटामिन डी3 के बहुत सारे फायदे है जिनमे से कुछ जरूरी फायदों के बारे में इस आर्टिकल में नीचे विस्तार से बताया है लेकिन आपको एक बात याद रहे कि सिर्फ विटामिन डी से ही आपको फायदा होने वाला नही है इसके साथ आपको संतुष्ट आहार और व्ययाम की भी जरूरी है तो चलिए जान लेते है विटामिन डी3 के फ़ायदे के बारे में।

मूड को ठीक करने के लिए?

विटामिन डी3 के फायदे में एक यह भी फायदा है कि विटामिन डी आपके मूड को बेहतर बनाने में भी बहुत आवश्यक है माना जाता है एक रिसर्च के मुताबिक विटामिन डी का लेवल कम होने पर मूड खराब रहता है और डिप्रेशन जैसे रोग का खतरा अधिक रहता है इसलिए विटामिन डी का सेवन करके मूड को सही किया जा सकता है और इसके इस्तेमाल से स्वस्थ्य लोगो का मूड खराबी जैसी समस्या दूर करने के साथ शारिरिक और मानशिक स्वास्थ्य को सही रखता है।

कैंसर से बचाव करता है?

कुछ एक्सपर्ट की रिसर्च से जाना गया है विटामिन डी3 की कमी से कोलोन कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, और प्रोस्टेट कैंसर को बढ़ावा देता है और अगर किसी व्यक्ति में विटामिन डी3 सामान्य है तो विटामिन डी3 कोशिकाओं के बनने में सग्रहीत करता है जिससे कैंसर के ऊतकों में नई ब्लड वैसील्स (blood vessels) को बनने से रोकता है वैज्ञानिको ने बताया इसकी रिसर्च अभी भी जारी हैं।

ह्रदय की बीमारियों से बचाव?

विटामिन डी3 से ह्रदय के रोगों से बचा जा सकता है कुछ एक्सपर्ट की रिसर्च के बाद बताया गया है विटामिन डी3 की कमी से ह्रदय से जुड़ी बीमारियों का खतरा अधिक बढ़ जाता हैं इसलिए कहा जाता है विटामिन डी3 की पर्याप्त मात्रा होने पर ह्रदय को स्वस्थ और कई बीमारियों से बचाया जा सकता है सिर्फ सप्लीमेंट लेने से ही हार्ट हैल्थ सही नही होती है बल्कि इसी वजह से बॉडी में विटामिन डी3 की मात्रा को सामान्य बनाये रखने से ही इसकी कमी से ह्रदय से जुड़े रोगों से बचाया जा सकता है।

ब्लड प्रेशर को सामान्य रखने में?

विटामिन डी3 की कमी से ब्लड प्रेशर बढ़ने व कम होने का खतरा बढ़ जाता है जिसके कारण शरीर मे ब्लड प्रेशर को सही रखने की अहम भूमिका निभाता है और ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाये रखने में मदद करता है।

इम्युनिटी बढ़ाने के लिए?

विटामिन डी3 के फायदों में इसका एक यह भी फायदा है यह इम्युनिटी को बढ़ाने का काम करता है विटामिन डी3 को इम्यूनो मोडयूलेशन के हिसाब से भी पहचाना जाता है इम्यूनो मोडयूलेशन का मतलब समझे तो यह शरीर मे होने बाली जरूरतों का के हिसाब से रोग प्रतिरोध क्षमताओ का खुद से कम या ज्यादा होना इसी के साथ विटामिन डी शरीर मे इम्यून सेल्स जैसे मैक्रोफेज सेल्स और टी सेल्स के कार्य को और भी बेहतर तरीके से काम करने में मदद करता है इसके साथ विटामिन डी3 में मौजूद एन्टी इम्फेलेमेंट्री का प्रभाव होता है जिससे यह शरीर में बैक्टेरिया इंफेक्शन से बचाने में मदद करता है।

पेट के रोगों को कम करता है?

विटामिन डी3 किसी बजह से आंतों में आती सूजन को सही करने में मदद करता है इसी कारण इंफेलेमेटरी बाउल डिजीज (आँत सूजा रोग) इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम में विटामिन डी3 का लेवल कम हो जाता है जिसके कारण विटामिन डी3 का केवल कम होने से पाचन तंत्र में सूजन बढ़ने का खतरा अधिक हो जाता है इसी के चलते आपके शरीर मे इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम से जुड़े लक्षण दिखाई देने लगते है।

विटामिन डी3 के साइड इफ़ेक्ट क्या है? – side Effects of Vitamin D3 Tablet in Hindi

दोस्तो जैसा कि आपने ऊपर जाना विटामिन डी3 के फायदे क्या है अब बात आती है विटामिन डी3 के साइड इफ़ेक्ट (नुकशान) क्या है वैसे तो इसके साइड इफ़ेक्ट कुछ अधिक कष्ट देने वाले नही है मगर उन्ही में से कुछ नुकसान के बारे में नीचे बताया गया है।

  • चिड़चिड़ापन होना।
  • उल्टी होना।
  • हड्डियों में दर्द होना।
  • एनोरेक्सिया।
  • फोटोफोबिया।
  • स्वाद न लगना।
  • सिर दर्द होना।
  • मिचली।
  • मसल्स में दर्द होना।
  • अधिक पेशाब आना।
  • खुजली होने।

विटामिन डी3 के विकल्प या प्रोडक्ट क्या है? – Vitamin D3 products capsule in Hindi

वैसे तो अगर आप इस आर्टिकल को सही से पढ़ते हुए आये तो अब आप विटामिन डी3 के बारे में बहुत सी जानकारी जान चुके है लेकिन अब बात है अगर मार्किट में इसे खरीदने जाए तो विटामिन डी3 किस किस नाम और कंपनी के द्वारा बनाया जा रहा है यह जान लेते है।

प्रोडक्ट का नामप्रोडक्ट कंपनी नाम
Calcirol 60000 IU TabletCadila Pharmaceuticals Ltd
Bon DK 60000 IU CapsuleGlenmark Pharmaceuticals Ltd
Caldison D3 60000 IU TabletUnison Pharmaceuticals
Arachitol 30000 IU InjectionAbbott India Ltd
Calciquick D3 60000 IU CapsuleMorepen Laboratories Ltd
Calcitas D3 60000 IU CapsuleIntas Pharmaceuticals Ltd
Add3 2000 IU CapsuleMylan
Cipcal D3 60000 IU GranulesCipla Ltd
Calcirol 60000 IU GranulesCadila Pharmaceuticals Ltd
Arachitol 60000 IU InjectionAbbott India Ltd

विटामिन डी3 के अन्य दवाइयों के साथ इंटरैक्शन क्या है?

यह तो आप सभी लोग जानते होंगे अगर कोई व्यक्ति पहले से कोई भी दवाई ले रहा है तो उसके बारे में उसे अपने चिकित्सक को जरूर बताना चाहिए जिससे वह आपको सलाह दे सके इसके बाद भी अगर आप जानना चाहते है कि विटामिन डी3 किन दवाइयों के साथ या इंटरैक्शन करता है तो उनमे से कुछ दवाइयों के नाम नीचे बताये है अगर आपकी इनमे से कोई भी दवाई चल रही है तो ऐसी स्थिति में आपको अपने चिकित्सक को जरूर बताना चाहिए।

  • ओमेप्राज़ोल।
  • क्लोरैम्फेनिकॉल।
  • रैनिटिडीन।
  • मेटफॉर्मिन।
  • फेनिटोइन।
  • हाइड्रोक्लोरोथियाज़ाइड।
  • कोलेस्टिरमाइन।
  • कोलस्टिपोल।
  • कॉर्टिकॉस्टिरॉइड्स।
  • खनिज तेल।
  • फ़िनाइटोइन।
  • बार्बिट्यूरेट्स।
  • डिजिटलिस ग्लाइकोसाइड।
  • एंटासिड (मैग्नीशियम)।

Q.1- विटामिन डी और विटामिन डी3 में क्या अंतर होता है?

Ans- तो विटामिन डी दो प्रकार से होता है उसमे से एक विटामिन डी2 और दूसरा विटामिन डी3 होता है।

Q.2- विटामिन डी3 कब खाना चाहिए?

Ans- वैसे तो डॉक्टर की सलाह के अनुसार रोगी की कंडीशन के हिसाब से दी जाती है या तो डॉक्टर इसे रोज़ाना रात में दूध के साथ खाने की सलाह देते है।

Q.3- क्या Hight की कमी के लिए इसे कहा सकते है?

Ans- इसका जबाव है “हाँ” क्योकि विटामिन डी3 की कमी नही होने से मासपेशियों में नई ऊर्जा प्राप्त होती है जिससे Hight की परेशानी भी दूर हो जाती है।

Conclusion

तो दोस्तो आज का यह आर्टिकल vitamin d3 tablet review in hindi को आपने ध्यानपूर्वक पढ़ा होगा तो यह आपके लिए जरूर useful रहा होगा और अच्छे से आपको समझ भी आया होगा अगर यह आर्टिकल आपके लिए useful रहा हो तो इसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि पर जरूर शेयर करे ऐसी ही हेल्थ और दवाइयों से जोड़ी जानकारी पढ़ने के लिए आप हमारे Gethindimehelp.in को अभी सुस्क्रीब करे जिससे हमारे द्वारा की हुई पोस्ट आप तक पहुंच सके तो दोस्तो अब मिलते है अगले आर्टिकल में धन्यवाद।

Read Also :

  1. cydonia vulgaris q uses in hindi जाने खुराक, फायदे, नुकसान
  2. Tentex Forte Tablet uses in Hindi जाने खुराख,फायदे,नुकसान?
  3. Elixir Neogadine Syrup Uses in Hindi जाने खुराख,फायदे,नुकसान?
  4. Horse Fire Tablet in Hindi जाने फायदे, नुकसान और खुराख?
  5. Miss me tablet uses in hindi फायदे, नुकसान, खुराक,और कीमत